
12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन गेटविक के लिए उड़ान भर रही एयर इंडिया फ्लाइट AI171 (Boeing 787‑8, VT‑ANB) टेकऑफ़ के 32 सेकंड में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। विमान बाय डेढ़ मील (लगभग 0.9 नॉटिकल मील) आगे B.J. मेडिकल कॉलेज हॉस्टल से टकराया। इसमें 242 सवारों में से 241 लोगों की मृत्यु हुई, ग्राउंड पर 19 लोग मारे गए जबकि केवल एक यात्री—विश्वश कुमार रमेश —चमत्कारिक रूप से बचे ।
2. AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट के प्रमुख निष्कर्ष
● ईंधन कट‑ऑफ स्विच की अज्ञात प्रतिक्रिया
रिपोर्ट बताती है कि टेकऑफ़ के 3 सेकंड बाद, दोनों इंजनों के ईंधन कट‑ऑफ स्विच “RUN” से “CUTOFF” स्थिति में चले गए, एक सेकंड के अंतर से, जिससे छह इंजन तुरंत बंद हो गए ।
● कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डिंग में पायलटों की उलझन
ब्लैक बॉक्स रिकार्डिंग में एक पायलट ने बोला:
“Why did you cut off?”
दूसरे ने जवाब दिया:
“I did not do so.”
इस बातचीत से स्पष्ट है कि दोनों ही स्विच चलाए जाने की जिम्मेदारी स्वीकार नहीं कर रहे थे।
● RAT की तैनाती और इंजन रीस्टार्ट प्रयास
ईंधन कटने के बाद Ram Air Turbine (RAT) स्वचालित रूप से सक्रिय हो गया, जिससे आपातकालीन पावर प्राप्त हुई। इसके बाद, स्विच को एक बार फिर “RUN” स्थिति में लाया गया — Engine 1 थोड़ी देर में रिकवर हुआ लेकिन Engine 2 पुनः थ्रस्ट नहीं पा सका, जिससे विमान क्रैश हो गया।
● तकनीकी दोष या मानवीय त्रुटि?
AAIB ने अभीतक यह नहीं बताया कि स्विच्स कैसे CUT‑OFF स्थिति में आए। ये स्विच खास ताले से संरक्षित हैं और आकस्मिक रूप से नहीं घूमते — अब जांच यह निर्धारित करेगी कि क्या यह मानवीय भूल थी या कोई तकनीकी दोष।
● FAA की पूर्व सलाह पर भी विचार
2018 में FAA ने इसी तरह के फ्यूल स्विच डिज़ाइन की संभावित समस्या से अवगत कराया था, लेकिन यह केवल सुझाव था—कानूनी अनिवार्य नहीं ।
3. तत्काल प्रभाव और सुरक्षा पहल
- FAA या Boeing/GE पर कोई तत्काल जांच या एडवाइजरी जारी नहीं हुई — AAIB ने अभी तक कोई सुधार निर्देश जारी नहीं किया है
- अगला कदम: जून 2026 तक आने वाली अंतिम रिपोर्ट में इंसानी भूल या तकनीकी दोष की स्पष्ट पहचान होगी।
- संभावित सुरक्षा कदम:
- फ़्यूल स्विच में अतिरिक्त लॉकिंग/इंटरलॉक जोड़ना
- पायलट प्रक्रिया में दोहरी सत्यापन
- नए FADEC लॉजिक या चेतावनी प्रणाली जो स्विच CUT‑OFF की स्थिति को तुरंत अलर्ट करे।
5. निष्कर्ष
AI171 दुर्घटना में टेकऑफ़ के तुरंत बाद दोनों इंजनों का ईंधन कट जाना और पायलटों की उलझन ने यह सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या यह महसूस किया गया फैसला था या तकनीकी फेलियर। RAT का सक्रिय होना और FADEC के असफल रीस्टार्ट प्रयास इस घटना की गंभीरता को दर्शाते हैं। जून 2026 तक AAIB की अंतिम रिपोर्ट इस मिस्ट्री को उजागर करेगी।